नई दिल्ली, 3 जुलाई। ऑल इंडियन सिने वर्कर्स एसोसिएशन (एआईसीडब्ल्यूए) के अध्यक्ष सुरेश श्यामलाल गुप्ता ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को एक पत्र भेजकर एक महत्वपूर्ण राष्ट्रीय मुद्दे पर ध्यान आकर्षित करने का प्रयास किया है।
इस पत्र में एआईसीडब्ल्यूए ने चिंता जताई है कि पाकिस्तानी कलाकार, सोशल मीडिया प्रभावशाली व्यक्ति और यूट्यूब चैनल फिर से भारतीय डिजिटल प्लेटफॉर्म पर सक्रिय हो गए हैं। उनका मानना है कि यह हमारे शहीदों का अपमान है और देश के प्रति गद्दारी के समान है। उन्होंने कहा कि जो लोग भारत में कमाई करते हैं, उन्हें भारत के खिलाफ आतंकवाद का समर्थन नहीं करना चाहिए।
एआईसीडब्ल्यूए ने मांग की है कि भारत में पाकिस्तानी कलाकारों, सोशल मीडिया अकाउंट्स और चैनलों के साथ किसी भी प्रकार का सहयोग तुरंत और स्थायी रूप से समाप्त किया जाए। उनका कहना है कि जो लोग भारत से पैसे कमाते हैं, वे पाकिस्तान की ओर से भारत के खिलाफ आतंकवाद को बढ़ावा नहीं दे सकते। आतंकवाद और मनोरंजन का एक साथ होना असंभव है।
गौरतलब है कि पहलगाम आतंकी हमले के बाद भारत सरकार ने कई महत्वपूर्ण कदम उठाए थे, जिनमें पाकिस्तानी कलाकारों के अकाउंट को ब्लॉक करना शामिल था। इसके अलावा, गृह मंत्रालय की सिफारिश पर भारत सरकार ने 16 पाकिस्तानी यूट्यूब चैनलों पर भी प्रतिबंध लगाया था।
हालांकि, अब पाकिस्तानी कलाकारों के सोशल मीडिया अकाउंट फिर से दिखाई देने लगे हैं। सबा कमर, मावरा होकेन, फवाद खान, शाहिद अफरीदी, अहद रजा मीर, युमना जैदी और दानिश तैमूर जैसे कई पाकिस्तानी सितारों के इंस्टाग्राम अकाउंट भारतीय यूजर्स के लिए उपलब्ध हो गए हैं। इसके साथ ही, हम टीवी, एआरवाई डिजिटल और हर पल जियो जैसे पाकिस्तानी यूट्यूब चैनल भी फिर से सक्रिय हो गए हैं।
सूचना और प्रसारण मंत्रालय ने इन प्रतिबंधों के बावजूद भारत में पाकिस्तानी चैनलों और सेलिब्रिटी अकाउंट्स की वापसी पर अभी तक कोई प्रतिक्रिया नहीं दी है, और न ही सरकार की ओर से बहाली के संबंध में कोई आधिकारिक बयान जारी किया गया है।
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